Goga Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi
आरती जय जय जाहरवीर हरे,
जय जय जाहरवीर हरे,जय जय गूगा वीर हरे ।
धरती पर आ करकेभक्तों के दुख दूर करे,
जय जय जाहरवीर हरे ।।
जो कोई भक्ति करे प्रेम सेहाँ जी करे प्रेम से ।
भागे दुख परे विघ्न हरे,मंगल के दाता तन का कष्ट हरे ।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
जेवर राव के पुत्र कहाये रानी बाछल माता ।
बागड़ जन्म लिया वीर नेजय-जयकार करे ।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
धर्म की बेल बढ़ाई निश दिनतपस्या रोज करे ।
दुष्ट जनों को दण्ड दियाजग में रहे आप खरे ।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
सत्य अहिंसा का व्रत धाराझूठ से आप डरे ।
वचन भंग को बुरा समझकरघर से आप निकरे ।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
माड़ी में तुम करी तपस्याअचरज सभी करे ।
चारों दिशा में भक्त आ रहेआशा लिए उतरे ।।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
भवन पधारो अटल क्षत्र कहभक्तों की सेवा करे ।
प्रेम से सेवा करे जो कोईधन के भण्डार भरे ।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
तन मन धन अर्पण करकेभक्ति प्राप्त करे ।
भादों कृष्ण नौमी के दिनपूजन भक्ति करे ।
जय जय जाहरवीर हरे ।।
।। इति श्री जाहरवीर जी आरती समाप्त ।।
Goga Ji Ki Aarti Lyrics in English